शिमला.सोलन. अब लोगों को यह पता चल
सकेगा कि क्षेत्र के पटवारी के पास कितनी संपति है। प्रदेश में राजस्व विभाग के
तहसीलदार, नायब तहसीलदार, कानूनगो के साथ पटवारी को अपनी व परिवार की संपत्ति सार्वजनिक करनी
होगी। जल्द ही राजस्व विभाग की वेबसाइट पर अधिकारियों और कर्मचारियों की संपति का
ब्योरा उपलब्ध होगा।
तहसीलदार, पटवारियों का लोगों से सीधा संपर्क रहता है। पटवारियों पर संपत्ति के संबंध में कई तरह के आरोप लगते रहते हैं। विजिलेंस की ओर से पकड़े गए मामलों में सबसे अधिक मामले राजस्व विभाग से ही संबंधित हैं। ऐसे में पारदर्शिता के लिए राजस्व विभाग अधिकारियों व कर्मचारियों की संपत्ति का ब्योरा सार्वजनिक करने जा रहा है।
पटवारी व कानूनगो की ओर से घोषित संपत्ति की सत्यता डीसी या फिर जिला राजस्व अधिकारी प्रमाणित करेंगे। सरकारी आदेशों के मुताबिक आईएएस व एचएएस अधिकारियों के बाद में प्रदेश में राजस्व विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों की संपत्ति सार्वजनिक हो रही है। राजस्व अधिकारियों व कर्मचारियों के संपति का ब्यौरा सार्वजनिक करने का काम चल रहा है। जल्द ही काम पूरा हो जाएगा और इसे सार्वजनिक कर दिया जाएगा। -गुलाब सिंह ठाकुर, राजस्व मंत्री
बेनामी संपत्ति के खेल में मालामाल होते पटवारी
शिमला. प्रदेश में चल रहे बेनामी संपत्ति के खेल में पटवारियों की पूरी जमात निगरानी एजेंसियों के निशाने पर आ गई है। पिछला रिकार्ड खंगालने पर यह साफ हो जाता है कि विजिलेंस विभाग के लपेटे में आए अधिकारी-कर्मचारियों में राजस्व विभाग अव्वल है।
इसी साल जुलाई महीने तक रंगे हाथ पकड़े गए कुल 21 सरकारी कर्मचारियों में 7 राजस्व विभाग के पटवारी तथा एक फील्ड कानूनगो है। वहीं पिछले तीन साल में रंगे हाथ रिश्वत लेते धरे गए कुल 97 अधिकारी कमर्चारियों में से 30 कर्मचारी राजस्व विभाग से जुड़े हैं। इनमें 23 पटवारी, 5 कानूनगो तथा 2 नायब तहसीलदार शामिल हैं।
पटवारियों की नियुक्ति का जिलावार ब्योरा
जिला संख्या
बिलासपुर 96
चंबा 199
हमीरपुर 206
लाहौल स्पीति 21
मंडी 471
कांगड़ा 541
किन्नौर 34
कुल्लू 103
शिमला 280
सोलन 167
सिरमौर 141
ऊना 191
तहसीलदार, पटवारियों का लोगों से सीधा संपर्क रहता है। पटवारियों पर संपत्ति के संबंध में कई तरह के आरोप लगते रहते हैं। विजिलेंस की ओर से पकड़े गए मामलों में सबसे अधिक मामले राजस्व विभाग से ही संबंधित हैं। ऐसे में पारदर्शिता के लिए राजस्व विभाग अधिकारियों व कर्मचारियों की संपत्ति का ब्योरा सार्वजनिक करने जा रहा है।
पटवारी व कानूनगो की ओर से घोषित संपत्ति की सत्यता डीसी या फिर जिला राजस्व अधिकारी प्रमाणित करेंगे। सरकारी आदेशों के मुताबिक आईएएस व एचएएस अधिकारियों के बाद में प्रदेश में राजस्व विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों की संपत्ति सार्वजनिक हो रही है। राजस्व अधिकारियों व कर्मचारियों के संपति का ब्यौरा सार्वजनिक करने का काम चल रहा है। जल्द ही काम पूरा हो जाएगा और इसे सार्वजनिक कर दिया जाएगा। -गुलाब सिंह ठाकुर, राजस्व मंत्री
बेनामी संपत्ति के खेल में मालामाल होते पटवारी
शिमला. प्रदेश में चल रहे बेनामी संपत्ति के खेल में पटवारियों की पूरी जमात निगरानी एजेंसियों के निशाने पर आ गई है। पिछला रिकार्ड खंगालने पर यह साफ हो जाता है कि विजिलेंस विभाग के लपेटे में आए अधिकारी-कर्मचारियों में राजस्व विभाग अव्वल है।
इसी साल जुलाई महीने तक रंगे हाथ पकड़े गए कुल 21 सरकारी कर्मचारियों में 7 राजस्व विभाग के पटवारी तथा एक फील्ड कानूनगो है। वहीं पिछले तीन साल में रंगे हाथ रिश्वत लेते धरे गए कुल 97 अधिकारी कमर्चारियों में से 30 कर्मचारी राजस्व विभाग से जुड़े हैं। इनमें 23 पटवारी, 5 कानूनगो तथा 2 नायब तहसीलदार शामिल हैं।
पटवारियों की नियुक्ति का जिलावार ब्योरा
जिला संख्या
बिलासपुर 96
चंबा 199
हमीरपुर 206
लाहौल स्पीति 21
मंडी 471
कांगड़ा 541
किन्नौर 34
कुल्लू 103
शिमला 280
सोलन 167
सिरमौर 141
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