शिमला.
भू-व्यवस्था विभाग के अनुबंध में लाए गए आकस्मिक पटवारियों को नियमितीकरण
से पहले ही सेवानिवृत्ति मिल जाएगी। भू-व्यवस्था विभाग के अनुबंध पर
नियुक्त 92 पटवारियों में से कुछ पटवारी 50 साल की उम्र पार चुके हैं जो
नियमितीकरण से पहले 58 साल के होकर सेवानिवृत्त हो जाएंगे।
हाल ही में मंत्रिमंडल की बैठक में सरकार के आकस्मिक पटवारियों को अनुबंध आधार पर तैनाती देने और पिछली सिनियोरिटी का कोई लाभ नहीं देने के निर्णय को देखकर तो ऐसा ही लगता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, सालों से आकस्मिक आधार नियुक्त या कहें कि दिहाड़ी पर नियुक्त 92 पटवारियों को अनुबंध दायरे में लाने के फैसले को मंजूरी दी लेकिन इन पटवारियों की पिछली सेवाओं का कोई लाभ नहीं देने के निर्णय पर भी मुहर लग गई।
ऐसे में आकस्मिक पटवारियों को अनुबंध पर नियुक्ति के बावजूद इस निर्णय का ज्यादा लाभ मिलता नहीं दिख रहा। अनुबंध आधार पर नियुक्त इन पटवारियों में से आठ प्रतिशत 50 साल से ऊपर, 45-50 के बीच 50 प्रतिशत और 40-45 के बीच 20 प्रतिशत लोग हैं जबकि 40 से नीचे केवल 10 फीसदी लाग ही हैं।
भू-व्यवस्था विभाग के पटवारी एवं कानूनगो संघ जल्द ही भू-व्यवस्था विभाग से इस मुद्दे को उठाने की तैयारी कर रहे हैं। नियमितीकरण के दौरान पटवारियों को सिनियोरिटी से मिलने वाले लाभ को लेकर संशय में हैं।
प्रस्ताव पर विचार करेंगे
प्रधान सचिव राजस्व दीपक सानन ने माना कि फिलहाल तो सरकार ने आकस्मिक पटवारियों को अनुबंध पर लाने का ही निर्णय लिया है और सिनियोरिटी का ज्यादा लाभ नहीं मिल पाएगा। हालांकि उन्होंने कहा कि यह एक निरंतर प्रक्रिया है और जैसे ही उनके पास पटवारियों की ओर से कोई प्रस्ताव आता है तो विचार किया जाएगा। मुद्दे को सहानुभूतिपूर्वक तरीके से हल किया जाएगा।
Courtesy :
हाल ही में मंत्रिमंडल की बैठक में सरकार के आकस्मिक पटवारियों को अनुबंध आधार पर तैनाती देने और पिछली सिनियोरिटी का कोई लाभ नहीं देने के निर्णय को देखकर तो ऐसा ही लगता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, सालों से आकस्मिक आधार नियुक्त या कहें कि दिहाड़ी पर नियुक्त 92 पटवारियों को अनुबंध दायरे में लाने के फैसले को मंजूरी दी लेकिन इन पटवारियों की पिछली सेवाओं का कोई लाभ नहीं देने के निर्णय पर भी मुहर लग गई।
ऐसे में आकस्मिक पटवारियों को अनुबंध पर नियुक्ति के बावजूद इस निर्णय का ज्यादा लाभ मिलता नहीं दिख रहा। अनुबंध आधार पर नियुक्त इन पटवारियों में से आठ प्रतिशत 50 साल से ऊपर, 45-50 के बीच 50 प्रतिशत और 40-45 के बीच 20 प्रतिशत लोग हैं जबकि 40 से नीचे केवल 10 फीसदी लाग ही हैं।
भू-व्यवस्था विभाग के पटवारी एवं कानूनगो संघ जल्द ही भू-व्यवस्था विभाग से इस मुद्दे को उठाने की तैयारी कर रहे हैं। नियमितीकरण के दौरान पटवारियों को सिनियोरिटी से मिलने वाले लाभ को लेकर संशय में हैं।
प्रस्ताव पर विचार करेंगे
प्रधान सचिव राजस्व दीपक सानन ने माना कि फिलहाल तो सरकार ने आकस्मिक पटवारियों को अनुबंध पर लाने का ही निर्णय लिया है और सिनियोरिटी का ज्यादा लाभ नहीं मिल पाएगा। हालांकि उन्होंने कहा कि यह एक निरंतर प्रक्रिया है और जैसे ही उनके पास पटवारियों की ओर से कोई प्रस्ताव आता है तो विचार किया जाएगा। मुद्दे को सहानुभूतिपूर्वक तरीके से हल किया जाएगा।
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http://www.bhaskar.com/article/HIM-OTH-regular-retirement-before-2730511.html
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