शिमला— राजस्व विभाग के तहत भू
व्यवस्था विंग के आकस्मिक पटवारी अब दैनिक भोगी पटवारी होंगे। सरकार ने
उन्हें अनुबंध पर न रखकर दैनिक भोगी की श्रेणी में लाया है। इससे उनके वेतन में तो
वृद्धि होगी, वहीं सरकारी नीति के तहत वे लोग नियमित
भी हो सकेंगे। सूत्रों के मुताबिक सरकार ने इन आकस्मिक पटवारियों की पुरानी
चार-पांच साल की सेवाओं को जोड़ने की मांग को नहीं माना है। ये लोग मांग उठा रहे
थे कि पुरानी सेवाओं को भी जोड़ा जाए और उस आधार पर उन्हें नियमित किया जाए, मगर
ऐसा नहीं हो सका है। इन लोगों को दोबारा से सरकारी नीति के तहत सेवाएं देनी होंगी
और उसी आधार पर इन्हें नियमित किया जाएगा। बताते हैं कि भू व्यवस्था विंग में ऐसे 92
आकस्मिक पटवारी हैं, जिन्हें अब
दैनिक भोगी बनाया गया है। ये लोग पिछले चार-पांच साल से अनुबंध आधार पर कार्यरत थे
और लगातार सरकार से नियमितीकरण की मांग कर रहे थे। हाल ही में मुख्यमंत्री ने
इन्हें आश्वस्त किया था कि उनकी सेवाओं को नियमित किया जाएगा। इसके लिए सरकार ने
रास्ता निकाला है। सरकारी की नीति है कि आठ साल का लगातार सेवाकाल करने वालों को
नियमित किया जाता है। ऐसे में इन पटवारियों को भी आठ साल तक सेवा देनी होगी जो अब
शुरू होगी। इससे पहले के कार्यकाल को नहीं जोड़ने से इन लोगों को नुकसान उठाना
पड़ा है। इस मामले पर मंत्रिमंडल की बैठक में चर्चा की गई थी, मगर
अभी विभाग ने इस पर कोई आदेश जारी नहीं किए हैं। भू व्यवस्था यानी सेटलमेंट के
प्रदेश में दो डिवीजन हैं। एक कांगड़ा व दूसरा शिमला में है, जहां
पर सेटलमेंट अधिकारी हैं। पटवारी प्रदेश में बंदोबस्त का काम कर रहे हैं। कई जिलों
में बंदोबस्त का काम चल रहा है और कुछेक में पूरा कर दिया गया है। दैनिक भोगी बनने
से इन पटवारियों को भविष्य में नियमित होने की उम्मीद जगी है।
January 3rd,
2012
Courtesy : http://www.divyahimachal.com/himachal-latest-news/92-%E0%A4%86%E0%A4%95%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A4%BF%E0%A4%95-%E0%A4%AA%E0%A4%9F%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A5%80-%E0%A4%AC%E0%A4%A8%E0%A5%87-%E0%A4%A6%E0%A5%88%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%95/
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